Nagarjuna Sagar Dam भारत के प्रमुख और ऐतिहासिक बहुउद्देशीय (multi-purpose) जल परियोजनाओं में से एक है। यह बांध Krishna River पर बनाया गया है और यह दो राज्यों – Telangana और Andhra Pradesh – की सिंचाई और जलापूर्ति का एक बड़ा स्रोत है। इसे न केवल एक जल संरचना (water structure) के रूप में बल्कि India की जल प्रौद्योगिकी (water technology) की प्रगति के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है।
🏞️ परिचय (Introduction)
Nagarjuna Sagar Dam को Asia के सबसे बड़े masonry dams में गिना जाता है। इसका निर्माण 1955 में शुरू हुआ था और इसे 1967 में पूरी तरह से जनता के लिए समर्पित किया गया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य था – irrigation, hydroelectric power generation, और drinking water supply को बढ़ावा देना। इसका नाम प्रसिद्ध बौद्ध संत और दार्शनिक Acharya Nagarjuna के नाम पर रखा गया है, जिनका ऐतिहासिक महत्व इसी क्षेत्र में देखा गया है।
📍 Location and Background (स्थिति और पृष्ठभूमि)
Nagarjuna Sagar बांध Telangana के Nalgonda जिला और Andhra Pradesh के Palnadu जिला के बीच स्थित है। यह कृष्णा नदी पर निर्मित है, जो भारत की प्रमुख नदियों में से एक है और Maharashtra से निकलकर Telangana, Andhra और Karnataka से गुजरती है।
🏗️ Construction और History
इस बांध की नींव Prime Minister Jawaharlal Nehru द्वारा रखी गई थी। यह एक स्वतंत्र भारत की पहली प्रमुख river valley project थी, जिसे पूरी तरह से Indian engineers ने design और build किया था।
बांध के निर्माण में लगभग 12 साल लगे और उस समय यह विश्व का सबसे बड़ा masonry dam था।
📐 Technical Specifications (तकनीकी विशेषताएँ)
विशेषता (Feature) | विवरण (Details) |
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River | Krishna River |
Location | Telangana–Andhra Border |
Type | Masonry Dam |
Height | 124 meters |
Length | 1.6 km (approx.) |
Spillways | 26 Gates |
Storage Capacity | ~11,472 million cubic meters |
Reservoir Name | Nagarjuna Sagar Reservoir |
Reservoir Length | 285 km |
Power Generation Capacity | 815.6 MW |
Year of Completion | 1967 |
🌾 Irrigation Benefits (सिंचाई लाभ)
Nagarjuna Sagar Dam लगभग 22 लाख एकड़ भूमि को सिंचित करने की क्षमता रखता है। मुख्यत: Telangana (Nalgonda, Khammam, Suryapet) और Andhra Pradesh (Guntur, Prakasam) जिलों में यह जल जीवनदायिनी साबित होता है।
इस dam से दो प्रमुख नहरें निकलती हैं:
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Left Canal (Jawahar Canal) – Andhra Pradesh की ओर जाती है
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Right Canal (Lal Bahadur Shastri Canal) – Telangana की ओर जाती है
इन नहरों के माध्यम से खेती के लिए year-round पानी उपलब्ध कराया जाता है।
🚰 Drinking Water Supply (पीने के पानी की आपूर्ति)
Hyderabad, Nalgonda और अन्य शहरी क्षेत्रों को Nagarjuna Sagar Reservoir से पीने का पानी प्राप्त होता है। यह परियोजना लगभग एक करोड़ से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से clean drinking water उपलब्ध कराती है।
⚡ Hydroelectric Power Generation (बिजली उत्पादन)
Dam में स्थित power house की कुल क्षमता लगभग 815 MW है। यहाँ से उत्पन्न बिजली Telangana और Andhra Pradesh के कई ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को सप्लाई की जाती है। यह विद्युत उत्पादन sustainable और पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।
🌊 Flood Control (बाढ़ नियंत्रण)
Monsoon के दौरान Krishna River में अत्यधिक जल प्रवाह होता है। Nagarjuna Sagar Dam इस water overflow को regulate करता है और नीचे के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति से बचाता है। इसके 26 spillway gates समय पर खोलकर जल स्तर को manage किया जाता है।
🧭 Tourism और सांस्कृतिक महत्त्व
Nagarjuna Sagar न केवल एक जल संरचना है, बल्कि यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं:
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Nagarjuna Konda (Island Museum) – जो reservoir के बीच स्थित है और एक boat से पहुँचा जा सकता है।
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Ethipothala Waterfalls – एक खूबसूरत झरना जो बांध के पास स्थित है।
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Nagarjuna Sagar Wildlife Sanctuary – जो पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है।
🧱 Architectural Significance (वास्तुशिल्पीय महत्त्व)
बांध की design पूरी तरह से Indian Engineers द्वारा की गई थी, और इसके निर्माण में granite blocks का प्रयोग किया गया था। इस प्रकार का masonry dam उस समय अपने आप में एक engineering wonder माना जाता था।
🛠️ Challenges (चुनौतियाँ)
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Siltation – Reservoir में गाद जमा होने से उसकी water holding capacity प्रभावित हो रही है।
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Water Sharing Disputes – Telangana और Andhra Pradesh के बीच water allocation को लेकर समय-समय पर विवाद होते हैं।
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Climate Change Impact – Unpredictable rain patterns से inflow पर असर पड़ता है।
🔧 Modernization Efforts (आधुनिकीकरण प्रयास)
राज्य सरकारों ने Nagarjuna Sagar Dam की efficiency बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं:
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Canal lining के ज़रिए seepage कम करना
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SCADA systems install करना ताकि gates remotely operate हो सकें
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Strengthening the dam walls and spillways
🧪 Environmental Impact (पर्यावरणीय प्रभाव)
Dam के निर्माण से local biodiversity को प्रभावित किया गया, विशेषकर Nagarjuna Konda के आसपास के क्षेत्र में। हालांकि, Nagarjuna Sagar Wildlife Sanctuary को develop कर इस ecological loss की भरपाई करने की कोशिश की गई है।
📊 Quick Facts Table
बिंदु | जानकारी |
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निर्माण शुरू | 1955 |
निर्माण पूर्ण | 1967 |
कुल लम्बाई | 1.6 किमी |
ऊंचाई | 124 मीटर |
जल संग्रहण | 11,472 MCM |
बिजली उत्पादन | 815.6 MW |
मुख्य नहरें | Jawahar Canal (Left), LB Shastri Canal (Right) |
राज्य | Telangana & Andhra Pradesh |
🧠 निष्कर्ष (Conclusion)
Nagarjuna Sagar Dam केवल एक जल संरचना नहीं बल्कि एक सशक्त राष्ट्र निर्माण की मिसाल है। इसने दो राज्यों की अर्थव्यवस्था, कृषि, और ऊर्जा व्यवस्था को नई दिशा दी है। इसके जल से न केवल खेत लहलहाते हैं बल्कि शहरों को जीवनदायिनी जल भी प्राप्त होता है।
आज जब climate change और water scarcity की चुनौतियाँ सामने हैं, Nagarjuna Sagar जैसे बहुउद्देशीय projects sustainable development के उदाहरण हैं। आने वाले वर्षों में इसके smart modernization और environmental preservation efforts इस परियोजना को और भी उपयोगी और टिकाऊ बनाएँगे।